हाल ही में किए गए एक शोध में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि प्रदूषण के कारण नसों में खून जमने का खतरा 100 फीसदी तक बढ़ जाता है। जब नसों में खून का थक्का जमता है, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं, जिनमें हाई ब्लड प्रेशर, दिल का दौरा और ब्रेन स्ट्रोक जैसी समस्याएं शामिल हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के आंकड़ों के अनुसार, प्रदूषण ब्रेन स्ट्रोक से होने वाली करीब 50 लाख मौतों का एक प्रमुख कारण है। इसके अतिरिक्त, प्रदूषण में लगातार सांस लेने से मानसिक बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।
प्रदूषण और स्वास्थ्य पर प्रभाव
प्रदूषण से होने वाले शारीरिक और मानसिक प्रभावों का असर समय के साथ बढ़ता जा रहा है। हवा में मौजूद प्रदूषण कण फेफड़ों के जरिए रक्त तक पहुंच जाते हैं, और खून के माध्यम से शरीर के सभी अंगों तक फैलकर उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं। इस तरह के प्रदूषण से फेफड़ों, आंखों, और दिमाग पर बुरा असर पड़ता है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक हो सकता है।
सतर्क रहने वाले लोग
विशेषज्ञों के मुताबिक, ऐसे लोग जो शुगर, हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) या कोमोरबिड (दो या दो से अधिक बीमारियों का एक साथ होना) से पीड़ित हैं, उन्हें विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। ठंड और प्रदूषण का संयोजन इन बीमारियों को और भी गंभीर बना सकता है। डॉक्टर्स का कहना है कि वायरल संक्रमण और ठंड के कारण शुगर लेवल में उतार-चढ़ाव आता है, जिसके चलते इंसुलिन पर निर्भर मरीजों को अपनी खुराक में बदलाव करना पड़ता है। इस स्थिति में, मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर का खतरनाक संयोजन हृदय रोग के जोखिम को कई गुना बढ़ा देता है।
प्रदूषण से बचाव के उपाय
1.जहरीली हवा से बचें
प्रदूषण में सांस लेने से बचने के लिए घर के अंदर रहना और हवा को शुद्ध करने वाले उपकरणों का इस्तेमाल करना फायदेमंद हो सकता है। हवा में छोटे-छोटे प्रदूषण कण फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं और फिर खून के जरिए पूरे शरीर में फैलकर स्वास्थ्य पर गंभीर असर डालते हैं।
2.एलर्जी का इलाज
एलर्जी से परेशान लोगों के लिए एक घरेलू उपाय है: 100 ग्राम बादाम, 20 ग्राम काली मिर्च और 50 ग्राम चीनी को मिला लें। इस पाउडर को एक गिलास दूध में डालकर उबालें और दिन में कम से कम एक बार इसका सेवन करें।
3.फेफड़ों को स्वस्थ रखने के उपाय
प्रदूषण और ठंड से फेफड़ों की सेहत को बेहतर बनाने के लिए कच्ची हल्दी को दूध में पकाकर पिएं। इसके साथ ही शिलाजीत भी मिलाएं, जो फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है। इसके अलावा, बेसन की रोटी, मुलेठी और भुने हुए चने का सेवन भी फेफड़ों के लिए लाभकारी है।
4.फेफड़े मजबूत बनाने के लिए श्वसारि क्वाथ
प्रदूषण से प्रभावित फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए श्वसारि क्वाथ का सेवन करें। मुलेठी का उबाल भी फेफड़ों के लिए फायदेमंद है। मसाला चाय भी नियमित रूप से पीने से स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है।
नोट: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी प्रकार के घरेलू उपायों या स्वास्थ्य संबंधी सलाह को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।